अच्छे संस्कारों की कमी ही बढ़ते अपराध का प्रमुख कारण है : फणींद्र कुमार मिश्र
स्टेट न्यूज इंडिया, महराजगंज
अच्छे संस्कारों की कमी बढ़ते अपराध का प्रमुख कारण बनती जा रही है। संस्कार किसी भी व्यक्ति के जीवन में नींव का काम करते हैं, जो उसके व्यवहार, सोच और समाज के प्रति दृष्टिकोण को प्रभावित करते हैं। जब बच्चों को बचपन से ही सही और गलत के बीच का फर्क नहीं सिखाया जाता, तब उनके भीतर अनुशासन, सहानुभूति और नैतिक मूल्यों की कमी होने लगती है। यह कमी उन्हें गलत रास्तों की ओर धकेल देती है, जिससे अपराध का ग्राफ बढ़ता है।
आजकल के व्यस्त जीवन में माता-पिता बच्चों को उचित समय और मार्गदर्शन नहीं दे पा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप बच्चे सही मार्गदर्शन से वंचित रह जाते हैं। इंटरनेट, सोशल मीडिया, और हिंसात्मक सामग्री का अधिक प्रयोग भी बच्चों के विचारों पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इस तरह के प्रभाव से बच्चों में सहिष्णुता, अनुशासन और दूसरों के प्रति आदर की भावना कम होती जा रही है।यदि समाज को अपराध मुक्त बनाना है तो हमें अपने बच्चों में अच्छे संस्कार डालने होंगे। परिवार, विद्यालय और समाज का सहयोग इसमें अत्यंत आवश्यक है। बच्चों में नैतिक शिक्षा और जीवन मूल्यों को जागरूक करना होगा ताकि वे भविष्य में अपराध से दूर रह सकें और एक अच्छे नागरिक बन सकें। अच्छे संस्कार ही एक सुदृढ़ समाज की आधारशिला हैं।