एस वी एन एकेडमी का शैक्षिक टूर शिक्षा,संस्कार और संस्कृति का संगम है:ऋषिकेश पांडेय
स्टेट न्यूज इंडिया,कुशीनगर
कुशीनगर,लक्ष्मीगंज।
एस वी एन एकेडमी लक्ष्मीगंज कुशीनगर के मेधावी व कर्मठी छात्र/छात्राओं ने अपने अध्यापकों व अध्यापिकाओं के साथ शनिवार को एक शैक्षिक टूर के माध्यम से न केवल विभिन्न ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का आध्यात्मिक भ्रमण किया, बल्कि भारत और नेपाल की सांस्कृतिक धरोहर को भी नजदीक से समझते हुए इसे अपने जीवन में समाज कल्याण हेतु आत्मसात करने का संकल्प लिया ।
यह शैक्षिक भ्रमण विद्यार्थियों के लिए एक अद्भुत,अनुकरणीय,ज्ञानवर्धक व समाजपरक अनुभव साबित हुआ, जिसमें उन्होंने न केवल अपना ज्ञानवर्धन किया बल्कि आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी अपने व्यक्तित्व को समृद्ध किया। बताते चले कि इस यात्रा की शुरुआत बिहार के प्राचीन माता मदनपुर स्थान से हुई, जो अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
इसके पश्चात उन्होंने इको पार्क में प्राकृतिक विहंगम दृश्यों का अवलोकन कर अपनी भौतिक ऊर्जा को बढ़ाते हुए कोलेश्वर झूले का आनंद लेने के बाद 800 वर्ष पुराने कोलेश्वर मंदिर में कोलेश्वर भगवान का दर्शन किया। विदित रहे कि यह स्थान न केवल स्थापत्य कला का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि इसमें गहरी धार्मिक आस्था भी जुड़ी हुई है। इन स्थलों की महिमा और उनके ऐतिहासिक महत्व को विद्यालय के डायरेक्टर ऋषिकेश पांडेय ने विस्तारपूर्वक बताया जिससे बच्चों ने असीम आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।
कुछ घंटे आराम करने के बाद सभी ने जटाशंकर मंदिर में ध्यान और मेडिटेशन का अभ्यास किया, जिससे उनके मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बल मिला। यह अनुभव उनके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और एकाग्रता का संचार करने वाला साबित हुआ।
इस भ्रमण के दौरान सभी ने त्रिवेणी संगम के दर्शन किए, जो नेपाल और भारत की साझा सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। यहां की महिमा को फणींद्र कुमार मिश्र व विद्यालय के उप प्रधानाचार्य राजकुमार वर्मा अत्यंत रोचक तरीके से समझाया।
यह संगम भारत और नेपाल के बीच आध्यात्मिक संबंधों का प्रतीक है, जिसे छात्रों ने हृदय से अनुभव किया। यह शैक्षिक टूर छात्रों के लिए न केवल धार्मिक स्थलों की यात्रा थी, बल्कि एक ऐसा अवसर था जिसने उन्हें भारत और नेपाल की सांस्कृतिक धरोहर के महत्व को समझाया।
इसने छात्रों को पर्यावरण, ध्यान और सामाजिक सौहार्द का महत्व सिखाते हुए उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा दी।
इस प्रकार, यह यात्रा शिक्षा, संस्कार और संस्कृति के अद्भुत संगम का प्रतीक बनी।
इस अवसर पर दिशा सिंह रेनू राय गूंजा प्रजापति शिप्रा मिश्रा अनामिका पांडेय श्रेया तिवारी संध्या यादव विनीता कुशवाहा अनुज तिवारी विपिन कुशवाहा प्रिंस यादव दिवाकर पांडेय विनय पांडेय राजपति देवी अन्नपूर्णा शुक्ला फणींद्र मिश्रा