शीतलहर के दौरान अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपनाये ये उपाय
रिपोर्ट:फणीन्द्र कुमार मिश्र
न्यूजपेपर, रेडियो, टेलीविजन और मोबाइल फोन पर दिए जा रहे अलर्ट पर ध्यान देते रहें।फूड, पानी और अन्य जरूरी सामानों का स्टॉक रखें.।ठंड में बाहर जाने से बचें और जितना हो सके गर्म स्थान में रहकर अपने आपको वॉर्म रखने की कोशिश करें.-अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर को कवर करके रखें.-फेफड़ों की सुरक्षा के लिए अपना मुंह ढककर रखें.-गीले कपड़ों में न रहें, क्योंकि यह “घातक” हो सकता है, इसलिए गीले कपड़े तुरंत बदल दें.-डिहाइड्रेशन से बचने के लिए और बॉडी हीट बरकरार रखने के लिए गर्म चीजें प्रयोग करें. आप नॉर्मल वाटर की जगह गुनगुना पानी पिएं..
*हाइपोथर्मिया* एक ऐसी स्थिति होती है जब बॉडी टेम्परेचर जरूरत से ज्यादा कम हो जाता है. इसके लक्षणों को पहचानें. इसके लक्षणों में शामिल है – अनियंत्रित कंपकंपी, याददाश्त प्रभावित होना, बात करने में परेशानी, उनींदापन और थकावट..
*इम्यून बूस्ट* करने के लिए खट्टे फलों, लाल शिमला मिर्च, अदरक, हल्दी, पालक, बादाम आदि का सेवन करें. इससे सर्दियों में बीमार पड़ने की संभावना कम होगी. इसके साथ ही गर्म पानी, काढ़ा को भी अपनी डेली डाइट का हिस्सा बनाएं...
*शीतलहर में क्या न करें*-प्रदूषण, धुंध, गाड़ियों के धुएं, धूल आदि के संपर्क में आने से बचें.-बाहर निकालने से बचें. घर में ही एक्सरसाइज को अपने रूटीन का हिस्सा बनाएं.-एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) पर नजर रखें.-बाहर जाते समय खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें.-55 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को इन्फ्लुएंजा और निमोनिया का टीका लगवाएं.-संतुलित आहार लें और खुद को हाइड्रेटेड रखें.-घर में सीलन और फफूंदी से सावधान रहें.-cसांस से संबंधी दवाएं नियमित रूप से लें.-अगर सर्दी-जुकाम लंबे वक्त तक रहे तो इसे अनदेखा न करें और डॉक्टर से इस बारे में बात करें.।